Wednesday, October 13, 2010

असमंजस में किशोर मन, इम्तिहान का कर रहा जतन

nidhi jain
Oct 12, 06:26 pm
बारहवीं कक्षा का दिव्यांशु प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने के लिए लगभग डेढ़ माह से बेताब हो रहा है। उसे अब डर-सा लगने लगा है कि कहीं उसकी तैयारी पर तीसरी बार भी पानी न फिर जाए। उसे यह चिंता भी खाए जा रही है कि यूं ही अगर परीक्षाएं लेट चलती रही तो कदाचित बारहवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम पर बुरा असर न पड़ जाए। पुख्ता आधार पर टिकी छात्र-छात्राओं की आशंका को हालांकि बोर्ड के अधिकारी निर्मूल बता रहे हैं। इसका सहज अंदाजा यूं लगाया जा सकता है कि तमाम अगर-मगर के बीच शिक्षा विभाग व बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन को लेकर कमर कस चुका है।
दरअसल, हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के अधीन आयोजित होने वाली प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं दो बार स्थगित हो चुकी हैं। 15 सितंबर की निर्धारित तिथि को आगे बढ़ाकर 22 सितंबर किया गया और फिर अब 14 अक्टूबर से आरंभ होंगी ये परीक्षाएं। कभी बाढ़ तो कभी कुछ और बहाना बाधक बना तो ये परीक्षाएं लगभग एक माह से अधिक लेट हो गई। लाजिमी तौर पर विद्यार्थियों को अपनी तैयारियां कई बार टटोलनी पड़ी है। अब जबकि एकबार फिर नये सिरे परीक्षा की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा तो ऐसे में अनिश्चितता किशोर मन को आशंकित कर रही जो स्वाभाविक भी है।
लेकिन बोर्ड व विभाग उन्हें निश्चिंत होकर परीक्षा की तैयारी करने के लिए आश्वस्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि परीक्षाएं नयी घोषित तिथि के अनुसार ही शुरू होंगी। बोर्ड अधिकारी मानते हैं कि परीक्षाएं एक माह लेट चल रही है। पर यह भी जोड़ते हैं कि इसका नफा-नुकसान दोनों है। खैर, बोर्ड ने इन परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिये कमर कस ली है। बोर्ड अधिकारी शंकरलाल के मुताबिक 15 सितंबर के हिसाब से कर ली है तैयारी। मालूम हो कि मिडिल, दसवीं व बारहवीं के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं में 35 हजार 858 विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए जिला में 88 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जबकि प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षा विभाग व हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की कुल 18 उड़नदस्ता टीम परीक्षा केंद्रों पर नजर रखेंगी।

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